जैसे जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है भाजपा की बेचैनी बढ़ती जा रही है। पूरी पार्टी अपने एक सबसे बड़े समर्थक को मिस कर रही है। जी हाँ, पूरा भाजपा मणिशंकर अय्यर की गैरहाजिरी को लेकर परेशान है।
हमारे संवाददाता पतालखोजूँ को इस बात का अन्दाज़ा भाजपा प्रवक्ता से बात करते हुए लगा। प्रवक्ता का कहना था हमें कोई शक नहीं कि मोदी जी सरकार बनाने जा रहे हैं लेकिन अगर मणिशंकर अय्यर जी का भी योगदान हो जाये तो हमारी सीटें बढ़ जाएँगी और मज़बूत सरकार बनेगी।
नाम न बताने की शर्त पर प्रवक्ता ने बताया कि मणिशंकर अय्यर को ढूंढने की जिम्मेदारी अब अजित डोभाल को सौपी गयी है। उन्होंने 10 से 12 अलग अलग टीमें बनाकर कई जगहों पर तलाश किया है। पिछले एक महीने से डोभाल इस कार्य में लगे हैं लेकिन लगता है ये उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल मिशन है। हमारे सूत्रों के अनुसार इस सीक्रेट मिशन का कोड नाम Money Hunt रखा गया है।
सीबीआई के बहुत बड़े अधिकारी ने बताया कि चुनाव के समय हो रहे इनकम टैक्स के छापे भी मणिशंकर अय्यर जी के लिए ही थे, वो तो संयोगवश करोडो रुपये पकडे गए। हमें विश्वास दिलाने के लिए इस अधिकारी ने बताया कि तभी तो सारे छापे कोंग्रेसियों के ही ठिकानो पर पद रहे थे कि अय्यर साब का कुछ पता चल जाए।
मणिशंकर की गुमशुदगी पर रॉ (RAW) को शक है कि वे बालाकोट में भारत सरकार के किये गए हमले में बुरी तरह ज़ख़्मी हो गए हैं और इसी बात को छिपाने के लिए पाकिस्तान ने किसी भी मीडिया को बालाकोट में हमले वाली जगह पर जाने की अनुमति नहीं दी। अब भारतीय पत्रकारों को अनुमति मिली लेकिन फिर भी मणिशंकर अय्यर का पता नहीं चलने से उनके चीन में होने सम्भावना व्यक्त की जा रही है।
प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के दिग्गज नेता भी अपने व्यस्त चुनावी दौरों से समय निकाल निकाल कर बीच में मणि साब को भी खोजने का भी काम कर लेते हैं।
खैर निराश भाजपा प्रवक्ता ने अपने प्लान बी के बारे के बताया कि अगर मणि साब नहीं तो सैम पित्रोदा उनकी कमी पूरी ही कर रहे हैं।
इसी बीच हमारे संवाददाता को विशेष सूत्रों से मिलें इन फोटो के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की सहायता के लिए उनके परम मित्र बेंजामिन नेतन्याहू और दुबई के प्रिंस और रूस के पुतिन भी जोर शोर से लगे हैं।
पूरी तरह सत्य घटनाओ पर आधारित इस व्यंग्य के घटनाक्रम, पात्र और कथानक में समानता एक महज़ संयोग नहीं है।