कोलकाता की ममता दीदी वाला महाठगबंधन

Political Guru

19 जनवरी को कोलकाता में TMC के नेतृत्व में महाठगबंधन की रैली हुयी | जी हाँ, ये गलती नहीं ये महाठगबंधन ही है, इसका जवाब ये पढ़ने के बाद मिल जायेगा |

और हाँ, NatGeo के इस फोटो का यहाँ पर होना “गलती या कोई संयोग” नहीं हैं |

सबसे पहले आया हार्दिक पटेल, नारा दिया कि सुभाष बाबू लड़े गोरों से, हम लड़ेंगे चोरों से

taagung उवाच – ज़ाहिर है उनका लक्ष्य मोदी थे लेकिन मोदी ने कौन सी चोरी की अपने कार्यकाल में | मैं केवल पिछले 4.5 साल की बात नहीं कर रहा मैं तो पुरे 2001 से उनकी बात कर रहा हूँ जिसने घर परिवार छोड़कर देश सेवा की | और आप खुद देखे केवल 4-5 सालों में हार्दिक पटेल बिना नौकरी के कहाँ से कहाँ पहुंच गया ?

खुद अंदाज़ा लगाए चोर कौन और किसे बचने की तैयारी हो रही है ?

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ममता बनर्जी ने कहा – आपने तो सोनिया जी को नहीं छोड़ा, लालू, मुलायम, अखिलेश, मायावती और मुझे भी नहीं छोड़ा तो सब आपको क्यों छोड़ेंगे ?

taagung उवाच – जितने भी महान लोगो के नाम उन्होंने लिया, क्या उनको देश की आज़ादी की लड़ाई लड़ने के लिए जेल या बेल हुआ | सब चोरी और भ्रष्टाचार के लिए पकडे गए | उनकी दूसरी बात से लगता है कि ये अब अहम्, अपना अस्तित्व बचाने की बात रह गयी है बस | देश या जनता से किसी को लेना देना नहीं |

शरद यादव अपनी स्पीच पढ़ते बोल गए कि सैनिकों के हक काटने का काम हुआ है बोफोर्स में । फिर उन्हें खुद नही एहसास हुआ तो किसी ने बोला बोफोर्स नही राफेल 😂😂

TRUTH BY SHARAD YADAV

taagung उवाच – कोई बात नही सर, भले की कितनी कोशिश कर लो झूठ को सच साबित करने का एक बार तो माँ सरस्वती जुबान पर बैठती ही है और सच्चाई आ जाती है बाहर |

कश्मीर से अब्दुल्ला साब ने कहा EVM चोर मशीन है |

taagung उवाच – जी सर और उसी चोर मशीन से भाजपा 3 राज्यों में चुनाव हार गयी  हैं | पता नहीं चोर मशीन किसका साथ दे रही है ?

यशवंत सिन्हा जी बोले सबका साथ तो हुआ लेकिन सबका विनाश हुआ |

taagung उवाच – थैंक यू सर कि आपने माना कि सबका साथ हुआ | आपके बेटे को मंत्री पद भी मिला, आपको नहीं मिल पाया तो इतना बुरा मानने कि बात नहीं थी | हिन्दू जीवन अवस्था में सन्यास आश्रम और वानप्रश्ताश्रम भी है | कितना राज पाट करेंगे सर ?

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जिग्नेश मेवानी दलितों और किसानों कि हालत के लिए परेशान हैं |

taagung उवाच – मोदी सरकार ने किसानो के लिए अब तक की सारी सरकारों में से सबसे ज्यादा किया और दलित के लिए तो सवर्णों को भी नाराज़ करके अध्यादेश लाये | अब क्या चाहिए ? क्या शिकायत है तुम्हारी, वो कुछ  पता नहीं चला |

अखिलेश ने कहा किदेश को नया प्रधानमंत्री मिल जाए तो कितना अच्छा हो ? उन्होंने सीबीआई, एड से गठबंधन किया है, हम जनता से करेंगे  ?

taagung उवाच – सच में अखिलेश बाबू – बात तो सही है | नया PM आया तो आपलोगों के भ्रष्टाचार छिपा लेगा, और टोटी चोरी नहीं करनी पड़ेगी | | सच में आप सब चोर लोग गठबंधन कर रहे हैं | जनता तो नोटबंदी और GST के बाद भी मोदी जी की ईमानदारी के साथ है | जहाँ भाजपा हारी वहां झूठे और मुफ्तखोरी के वादे कि वजह से हारी |

दिल्ली के प्रधानमंत्री श्री केजरीवाल ने कहा कि मोदी ने देश का कबाड़ा कर दिया |

taagung उवाच – श्रीमान युगपुरुष जी आप खुद दिल्ली के हालात देखे | खुद से देखे कि MCD में भाजपा ने कैसे हराया आपको | और सर जिन लोगों को गाली देते आप आये उनकी ही गोंद में बैठने को तैयार हो गए |

अब आये भाजपा के शॉट गन – नीम पे करेला हुए भी कन्फूजन से भरा बयान | कोई गलत नहीं तो आप चोर भी हो सकते हो |

taagung उवाच – दरअसल इनका सारा गुस्सा मंत्री पद न मिलने की वजह से हैं | इसीलिए बड़े कन्फ्यूज रहते हैं हमेशा |  दरअसल इनको अपनी पार्टी में रखकर भाजपा दुनिया को यह सन्देश देना चाहती है कि हमारे इतनी सहिष्णुता किसी में नहीं है |

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बिहार में नितीश मोदी के साथ आने से बेरोज़गार और लूटने का मौका खो चुके तेजस्वी की भी निराशा साफ़ दिखी और उन्होंने ने सबको साथ आने की जरुरत बताया और अपील की |

taagung उवाच – जिसके पिता घोटाले में जेल पर हो, खुद पर कई केस चल रहे हो भ्र्ष्टाचार के तो ऐसे इंसान का भड़कना जग ज़ाहिर है |

और  खड़गे  साब  ने  तो  मान  लिया मंजिल बहुत दूर है, रास्ता बहुत कठिन है | दिल मिले न मिले, हाथ मिलकर चलना होगा हमें |

taagung उवाच – सारी बातों का मूल उद्देश्य यही समझ में आ गया | उनको भी पता है ईमानदार मोदी को हटाना नामुमकिन है तो सारे चोर मिल कर कुछ कोशिश करे तो बेहतर होगा | इसके लिए तो बस यही पंक्तिया निकल पायी –

इनको देश को लूट कर खाना है,
अपनी चोरी को भी बचाना है |
इसीलिए दिल मिले न मिले,
आपस में हाथ जरूर मिलाना है ||

अब आप खुद ही बताये कि इस मेल मिलाप को ठगजोड़, महाठगबंधन न कहा जाये तो क्या ? कुछ और नाम है तो कमेंट में खुद बताएं ?

सारे बयान यहाँ से लिए गए हैं और taagung उवाच लेखक के अपने शब्द हैं |