बांध मुट्ठी और ठान ले …

Atul Sharma

कभी राहें मुश्किल होंगी तो कभी अपने ही पीछे खींचने में लगे रहेंगे, लेकिन आगे बढ़ना है तो अकेले ही चलना है।  इसलिए बांध मुट्ठी और ठान ले …

बांध मुट्ठी और ठान ले … अतुल शर्मा ‘अक्स ‘
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